ख्वाब नहीं, मुझको हकीकत चाहिए.
ख्वाब तो मौत कि आगोश में
और भी हसीं होगी ...
मुझको जीने कि वजह चाहिए
बहाना नहीं, मुझको मकसद चाहिए.
बहाने तो मरने के भी
बहुत मिल जायेंगे...
मुझको जीने कि वजह चाहिए
इरादा नहीं, मुझको हौंसला चाहिए.
written on 25th October 1994